सुप्रीम कोर्ट से नीतीश सरकार को बड़ी राहत मिली है। बिहार में शुरू हुए जातिगत जनगणना के मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से फिलहाल इनकार कर दिया है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि याचिकाकर्ता चाहे तो पटना हाई कोर्ट का रुख कर सकते हैं।
बिहार में जाति आधारित जनगणना पर फिलहाल रोक नहीं लगेगी। सुप्रीम कोर्ट ने जातीय गणना के खिलाफ दायर सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया। कोर्ट की तरफ से नीतीश सरकार के लिए यह एक बड़ी राहत है।
जेडीयू नेता का विवादित बयान
दूसरी तरफ जेडीयू के वरिष्ठ नेता मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने एक भड़काऊ बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे आका की इज्जत पर किसी ने हाथ डालने की कोशिश की तो हम शहरों को कर्बला बना देंगे।
बता दें कि मौलाना गुलाम रसूल बलियावी जदयू के वरिष्ठ नेता हैं। गुलाम रसूल बलियावी विधान पार्षद रहे हैं और जदयू का बड़ा मुस्लिम चेहरा माने जाते हैं। नीतीश कुमार के करीबी नेताओं में बलियावी का नाम भी गिना जाता है।
ठंड से मिलेगी राहत
बिहार में पिछले 20 दिनों से जारी ठंड से लोगों को राहत मिल सकती है। मौसम विभाग ने इस संबंध में जानकारी दी है कि शीतलहर की जरूरी स्थितियों के लिए जिम्मेदार मौसमी दशाएं समाप्त होने वाली है। इससे 21 जनवरी से बिहार में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में दो से 4 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इससे प्रदेशवासियों को ठंड में राहत मिलेगी।