देशभर में कई ऐसे रेलवे स्टेशन है जिनके अजीबोगरीब नाम हैं। जैसे बीबी नगर, बाप जंक्शन, ओढनिया चाचा, बिल्ली जंक्शन, काला बकरा। इस प्रकार के अजीबोगरीब नाम भारतीय रेल के स्टेशनों का है। लेकिन क्या आपने कोई ऐसा स्टेशन देखा है जहां पर प्लेटफार्म संख्या एक नहीं है। इस स्टेशन पर सीधे प्लेटफार्म नंबर 2 से ही शुरुआत होती है।
जी हां बिहार में एक ऐसा स्टेशन है जहां पर प्लेटफार्म संख्या एक नहीं है। इस स्टेशन पर गाड़ी सीधे प्लेटफार्म संख्या दो पर ही रुकती है। बिहार का बरौनी रेलवे जंक्शन (barauni junction railway station) एक ऐसा अनोखा जंक्शन है जहां पर प्लेटफार्म नंबर 2 से लेकर प्लेटफार्म नंबर 9 पर गाड़ियां रूकती है। लेकिन इस स्टेशन पर आपको दूर-दूर तक प्लेटफार्म संख्या एक दिखाई नहीं देगा।
दरअसल 1883 में गढ़हरा रेलवे स्टेशन को बंद कर दिया गया था। इसके बाद 3 किलोमीटर उत्तर में बरौनी रेलवे जंक्शन (barauni junction railway station) बनाया गया। तब से लेकर आज तक बरौनी रेलवे जंक्शन पर कई तरह के विकास कार्य किए गए हैं लेकिन जंक्शन पर अभी भी प्लेटफार्म संख्या एक नहीं है। दरअसल इसके प्लेटफार्म नंबर 1 को न्यू बरौनी जंक्शन नाम से नया स्टेशन ही बना दिया गया।
बरौनी जंक्शन में प्लेटफार्म नंबर एक क्यों नहीं है?
बता दें कि 12 दिसंबर 2020 को बरौनी रेलवे जंक्शन (barauni junction railway station) के प्लेटफार्म नंबर एक को एक नए स्टेशन के रूप में परिवर्तित कर दिया गया। इस स्टेशन का नाम न्यू बरौनी जंक्शन नाम दिया गया। वहां पर न्यू बरौनी जंक्शन के नाम से टिकट काटा जाता है। इससे पहले पटना कटिहार रेल खंड से होकर गुजरने वाली रेलगाड़ियों के टिकट बरौनी जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक से काटा जाता था।
इसके बाद न्यू बरौनी जंक्शन स्टेशन (new barauni junction railway station) बनने के बाद इसके सभी प्रशासनिक और तकनीकी व्यवस्था नए स्टेशन के हवाले कर दिए गए। इसके बाद से ही बरौनी जंक्शन पर प्लेटफार्म संख्या दो से ही सभी कार्य प्रारंभ हो गए। इस प्रकार बरौनी जंक्शन प्लेटफार्म संख्या एक नहीं है। यहां पर सीधे प्लेटफार्म संख्या दो से लेकर प्लेटफार्म संख्या 9 तक पर गाड़ियां चलती और रूकती है।
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